वैज्ञानिकों ने बताया धरती पर पानी आने का सच, देखें कब और कैसे लाया गया है पानी

इंसान हो या जानवर जीवित रहने के लिए पानी की जरुरत हर किसी को है, पानी के बिना कोई जिंदा नहीं रह सकता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये पानी कहां से आया है. नहीं ना, तो आज हम आपको इस लेख आपको बताने जा रहे हैं कि ये पानी कैसे और किसके द्वारा लाया गया है.

पानी के कारण ही धरती पर जीवन मौजूद है, खगोलविद आमतौर पर अंतरिक्ष में अलग अणुओं के रूप में बनने से लेकर ग्रहों की सतहों तक पहुंचने तक की यात्रा को ‘पानी की यात्रा’ के रूप में अधिक संदर्भित करते हैं.

ये यात्रा तारों के बीच में और ऑक्सीजन गैस के साथ शुरू भी होती है और ग्रहों पर महासागरों और बर्फ की चोटियों के साथ बिलकुल समाप्त होती है, इसमें बर्फीले चंद्रमा गैस भंडारों और बर्फीले धूमकेतुओं और क्षुद्रग्रहों की परिक्रमा भी करते हैं जो सितारों की परिक्रमा हमेशा से करते हैं. वैज्ञानिको को मिला ये नया राज।

वैज्ञानिकों ने किया खुलासा

खगोलशास्त्री जॉन टोबिन ने अपनी लेटेस्ट रिसर्च के दौरान इस विषय पर अच्छी तरह से फोकस किया कि धरती पर पानी कैसे आया और पृथ्वी समेत अन्य ग्रहों का निर्माण किस तरह हुआ.

जानें ग्रह कैसे बनते हैं

तारों और ग्रहों का निर्माण आपस में एक दूसरे जुड़ा हुआ है. तथाकथित अंतरिक्ष की शून्यता या इंटरस्टेलर के माध्यम, हकीकत में बड़ी मात्रा में ये गैसीय हाइड्रोजन, अन्य गैसों की थोड़ी मात्रा और धूल के छोटे कण होते हैं. गुरुत्वाकर्षण के कारण, अंतरतारकीय माध्यम के कुछ हिस्से अधिक ज्यादा सघन भी हो जाते हैं क्योंकि कण एक दूसरे को अच्छे से आकर्षित करते हैं और बादलों का निर्माण भी करते हैं. जैसे जैसे इन बादलों का घनत्व धीरे से बढ़ता है, अणु अधिक बार आपस टकराने लगते हैं और बड़े अणुओं का निर्माण करते रहते हैं, जिसमें पानी भी शामिल है जो धूल के दानों पर लगातार बनता है और धूल को बर्फ में धीरे से ढक देता है.

तारे तब बनने लग जाते हैं जब ढहने वाले बादल के हिस्से एक निश्चित घनत्व तक अपने आप पहुंच जाते हैं और हाइड्रोजन परमाणुओं को आपस में जोड़ना शुरू करने के लिए पर्याप्त गर्म भी हो जाते हैं. चूँकि गैस का केवल एक छोटा सा अंश नवजात प्रोटोस्टार में शुरू में ही ढह जाता है, बाकी गैस और धूल, नवजात तारे के चारों ओर चक्कर लगाते हुए सामग्री की एक चपटी डिस्क भी बनाती है.

वैज्ञानिकों ने बताया धरती पर पानी आने का सच
वैज्ञानिकों ने बताया धरती पर पानी आने का सच

खगोलविद इसे प्रोटो ग्रहीय डिस्क भी कहते हैं. जैसे ही बर्फीले धूल के कण एक प्रोटो प्लेनेटरी डिस्क के अंदर एक दूसरे से हमेशा टकराते हैं, वे आपस में जुड़ने भी लगते हैं. यह प्रक्रिया लगातार जारी रहती है और अंततः अंतरिक्ष की परिचित वस्तुओं जैसे क्षुद्रग्रह, धूमकेतु, पृथ्वी जैसे चट्टानी ग्रह और बृहस्पति या शनि जैसे गैस दिग्गजों का निर्माण अपने आप करती है.

पानी के सोर्स के लिए दो जरूरी सिद्धांत

इसके दो संभावित रास्ते हैं जो हमारे सौर मंडल में आने के लिए पानी द्वारा लिए भी हो सकते हैं. पहला, जिसे रासायनिक वंशानुक्रम भी कहा जाता है, वह है जब मूल रूप से इंटरस्टेलर माध्यम में बनने वाले पानी के अणुओं को बिना किसी बदलाव के प्रोटो प्लेनेटरी डिस्क और उनके द्वारा बनाए गए सभी निकायों तक पहुंचाया अपने आप जाता है. दूसरे सिद्धांत को रासायनिक रीसेट भी कहा जाता है. इस प्रक्रिया में, प्रोटो ग्रहीय डिस्क और नवजात तारे के निर्माण से निकलने वाली गर्मी पानी के अणुओं को वह तोड़ देती है, जो प्रोटो ग्रहीय डिस्क के ठंडा होने पर फिर से वापिस बन जाते हैं.

कैसे बनता है पिने का पानी

पानी आमतौर पर दो हाइड्रोजन परमाणुओं और एक ऑक्सीजन परमाणु से बनाया होता है. अर्ध भारी पानी एक ऑक्सीजन परमाणु, एक हाइड्रोजन परमाणु और ड्यूटेरियम के एक परमाणु से ही बना होता है जो हाइड्रोजन का एक भारी समस्थानिक भी है जिसके नाभिक में एक अतिरिक्त न्यूट्रॉन भी होता है.

धूमकेतुओं से कैसे आया पानी

रिसर्च के यह नतीजे दिखाते हैं कि पृथ्वी पर पानी का एक बड़ा हिस्सा अरबों साल पहले सूर्य के प्रज्वलित होने से भी पहले बना था. और यह बहुत आश्चर्य की बात है। ब्रह्मांड के माध्यम से पानी के रास्ते के इस लापता टुकड़े की पुष्टि करने से पृथ्वी पर पानी की उत्पत्ति का बड़ा सुराग मिलता है.

वैज्ञानिकों ने यह सुझाव दिया है कि पृथ्वी पर अधिकांश पानी ग्रह को प्रभावित करने वाले धूमकेतुओं से भी आया है. तथ्य यह है कि पृथ्वी पर धूमकेतु और वी883 ओरी की तुलना में कम अर्ध पानी है, जिसे हम लोग सेवन करते है। लेकिन रासायनिक रीसेट सिद्धांत से अधिक का भी उत्पादन होगा, इसका मतलब यह है कि पृथ्वी पर पानी एक से अधिक स्रोतों से प्राप्त होता है।

मैंने आप को जल तथा जीवन के कुछ खाश रहस्य बताने की कोशिश की हैं, मैंने आप को बताया हैं की पृथ्वी पर जल का होगा कैसे हुआ तथा जब हमारे लिए कितना उपयोगी हैं तथा साथ ही मैंने आप को अन्य सभी गृह के कुछ मूल बिन्दु बताये हैं।

यदि आप इस समस्त लेख का मूल भूत समज सके हैं तो आप को जल का महत्व पूर्ण सैम आ गया होगा यदि आज मनोरंजन से सम्बंधित सूचनाएं जानना चाहते हैं तो सबसे पहले आप को Suhagrat Video Viral ये लेख देना चाहिए।

अन्य लेख भी जांचें >

Main Sundar Naari गाने में काजल राघवानी ने Patient के साथ लगाए ठुमके वायरल वीडियो

वे 10 वीडियो कौन से हैं जो साल 2023 में यूट्यूब पर सबसे ज्यादा देखे गये हैं?

What is Update Kundali Bhagya 18th January 2023, Preeta Clued?

Leave a Comment

आलिया भट्ट बेहतर मां या पत्नी जानिए रणबीर कपूर के जवाब ! सारा तेंदुलकर नहीं, इस मशहूर एक्ट्रेस पर दिल हारे शुभमन गिल ? Lock Upp Season 2 इन सेलिब्रिटीज का कैद होना हुआ पक्का ! Khatron Ke Khiladi 13 शो में खतरों से खेलेंगे ये कंटेस्टेंट्स ! क्या आप जानते हैं कब दिया गया था पहला ऑस्कर अवार्ड ?